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उन्हें लाल सिंदूर, चमेली का तेल और लाल फूल अर्पित करें।
हनुमान जी के पूजन में काले कपड़े न पहनें।
हर महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। अलग-अलग दिन पड़ने वाले प्रदोष की महिमा अलग-अलग होती है। सोमवार का प्रदोष, मंगलवार को आने वाला प्रदोष और अन्य वार को आने वाला प्रदोष सभी का महत्व और लाभ अलग अलग है।मंगलवार को आने वाले इस प्रदोष को भौम प्रदोष कहते हैं। इस दिन स्वास्थ्य सबंधी तरह की समस्याओं से मुक्ति पाई जा सकती है। इस दिन प्रदोष व्रत विधिपूर्वक रखने से कर्ज से छुटकारा मिल जाता है। साथ ही इस दिन आप गरीब व जरूरतमंद को भोजन भी कराएं। ऐसा करने से आपके अशुभ ग्रहों का प्रभाव खत्म होता है।
तेन त्वं सर्वसत्त्वेन ग्रहराजो महाबलः॥१०॥
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मंगलवार के दिन शाम के समय हनुमान जी के मंदिर में जाकर गुड़ और काले चने का दान करना चाहिए। ऐसा करने से बेहद शुभ फल की प्राप्ति होती है और जीवन में तरक्की के नए मार्ग खुलने लगते हैं। अगर आप मंदिर में काले चने दान न कर पाएं, तो इसकी जगह चने की दाल का दान कर सकते हैं। इस उपाय को मंगलवार के दिन करने से जीवन में आने वाली बाधाओं से मुक्ति मिल सकती है और बजरंगबली की कृपा से जातक के जीवन से दुर्भाग्य दूर होने लगता है। श्रद्धापूर्वक मंगलवार को गुड़ और चने का दान करने से जीवन में सुख-समृद्धि और कामयाबी हासिल होती है।
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हनुमानजी के चरणों में मंगलवार और शनिवार को तेल-सिंदूर चढ़ाएं और अपने माथे पर सिंदूर लगाएं। हनुमान चालीसा या बजरंगबाण का पाठ करें।
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